उन्हे अब ऐसे ही भारतरत्न चाहिए, जो सिर्फ बल्ला घुमाकर या कोई सूरीला गाना
गाकर सब का मनोरंजन करें, क्योंकि ऐसे मनोरंजनबाज लोग उन्हे कोई असुविधाजनक सवाल
नहीं पूछेंगे, ऐसा कभी नहीं पूछेंगे कि इस देश में हररोज तीन हजार लोग कुपोषण,
गरीबी, भूखमरी और टीबी से क्यों मरते हैं?
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