अमरेली
के भाजपी सांसद नारण कचडीया और उसके साथियों पर अमरेली सरकारी अस्पताल के डोक्टर बी.
एल. डाभी पर हमला करने के जुर्म में पुलिस ने फरीयाद दाखिल की है. टाइम्स ऑफ
इन्डीया (ता. 2-1-13) में आए वृत्तांत अनुसार, कचडीया ने कहा कि वहां अस्पताल में
सुबह से गरीब दर्दी खडे थे ओर कोई उनकी ओर ध्यान नहीं दे रहा था.
एक
तरफ, पीछले दस साल से गुजरात में सरकारी अस्पतालों का निजीकरण हो रहा है, नीजी
ट्रस्ट बन रहे हैं, और गरीबों को मिलनेवाली सुविधाएं छीनी जा रही है और कचडीया
जैसे सांसद जख मार रहे हैं. कहां लडना है और कहां लड रहे हैं, ये बीजेपी के सासंद?
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